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Car vs Cab : चल गया पता.. कार खरीदें या कैब से चलें? मिल गया खर्चे की पाई-पाई का हिसाब, कंपनियों से लेकर डीलर तक टेंशन में!

Car vs Cabपहले के समय में कार खरीदना एक आम और जरूरी फैसला माना जाता था. लेकिन आज के शहरी प्रोफेशनल के लिए ये सिर्फ एक सपना नहीं, बल्कि एक समझदारी भरा आर्थिक फैसला बन चुका है. तेल की बढ़ती कीमतें, बदलते कैब रेट्स और कार खरीदने से जुड़ी जिम्मेदारी को देखते हुए अब सवाल ये है कि 'कार खरीदें या नहीं?'.


ऐसे भी बहुत सारे लोग हैं, जिनके लिए कार खरीदना या कोई खास कार खरीदना उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा या उपलब्धि होती है. यहां उन लोगों की बात हो रही है कि जो कार के साथ इमोशनली जुड़े होते हैं. अगर आप ऐसे लोगों में से हैं तो बेशक आपको कार खरीदनी चाहिए. वहीं अगर आप कार खरीदते वक्त खर्चे के बारे में सोच रहे हैं तो आपको आगे की कैलकुलेशन देखनी चाहिए.


Car vs Cab : चल गया पता.. कार खरीदें या कैब से चलें? मिल गया खर्चे की पाई-पाई का हिसाब, कंपनियों से लेकर डीलर तक टेंशन में!


कैसे तय करें क्या बेहतर है?

आपके पास 2 विकल्प हैं. पहला ये कि आप कार खरीद लें. दूसरा ये कि आप कार लीज पर ले लें या कैब सर्विस का इस्तेमाल करें. अब इन दोनों में से आपके लिए कौन सा विकल्प सही है, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आपका खर्च कितना है और आपका ट्रैवल कितना है. अगर आप उनमें से हैं, जो हर साल कम से कम 5500 किलोमीटर कार से ट्रैवल करते हैं, तो आपके लिए कार लेना ही फायदे का सौदा है. आइए इसे कैलकुलेशन से समझते हैं.

कुछ मानक तय करने होंगे

इसे सही से समझने के लिए हमें कुछ मानक तय करने होंगे. मान लेते हैं कि आप जो कार खरीद रहे हैं, उसकी कीमत 10 लाख रुपये है और आप उसे कम से कम अगले 10 सालों तक चलाएंगे. साथ ही ये भी मानते हैं कि आपकी कार पूरे 10 सालों तक आपको प्रति लीटर 20 किलोमीटर का माइलेज देगी. अब इसी आधार पर कैलकुलेशन होगी. मान लेते हैं कि अगले 10 सालों तक पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर रहेगा.

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कार का खर्च- करीब 12.80 लाख रुपये

अधिकतर लोग कार खरीदने के लिए लोन लेते हैं, तो मान लेते हैं आप भी लोन लेकर कार खरीदते हैं. आपको ये लोन अधिकतम 7 साल के लिए मिलेगा. कार की कीमत का करीब 20 फीसदी यानी 2 लाख रुपये तो आपको डाउन पेमेंट देना होगा. बचे हुए 8 लाख रुपये रुपये पर आपको 7 साल के लिए 9 फीसदी की दर पर लोन मिल जाएगा. इस तरह आपकी ईएमआई करीब 12, 871 रुपये बनेगी यानी आप सालाना 1,54,452 रुपये चुकाएंगे. तो 7 साल में आप 8 लाख के लोन पर कुल 10.81 लाख रुपये चुकाएंगे. वहीं 2 लाख आप पहले ही दे चुके हैं, तो आपको 10 लाख वाली कार असल में 12.81 यानी करीब 12.80 लाख रुपये की पड़ेगी.

पेट्रोल का खर्च- करीब 3.5 लाख रुपये

अगर आप हर साल 5500 किलोमीटर चलते हैं, तो 10 साल में कुल 60 हजार किलोमीटर चलेंगे. इस तरह 20 kmpl के हिसाब से आप कुल 3000 लीटर पेट्रोल खर्च करेंगे. मौजूदा वक्त में पेट्रोल का दाम 95 रुपये के करीब है. इस तरह प्रति किलोमीटर आपका खर्च लगभग 5 रुपये आता है. मान लेते हैं कि हर साल पेट्रोल की कीमत भी करीब 5 फीसदी बढ़ेगी. इस तरह 10 साल में पेट्रोल पर आने वाला कुल खर्च करीब 3.5 लाख रुपये होगा.

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सर्विस-मेंटेनेंस का खर्च- 1.2 लाख रुपये

कार ली है तो उस पर हर साल सर्विस, मेंटेनेंस और इंश्योरेंस का भी खर्चा होगा. एक बार 10 लाख की कार की सर्विस में 5-6 हजार रुपये खर्च हो ही जाते हैं. वहीं 2-3 साल बाद कार में कुछ ना कुछ दिक्कतें भी आने लगती हैं, जिस पर पैसा खर्च होता है. वहीं गाड़ी के ब्रेक पैड और टायर भी समय-समय पर बदलने होते हैं. मान लेते हैं कि आपको हर साल औसतन 12 हजार रुपये सर्विस और मेंटेनेंस पर खर्च करने पड़ेंगे. इस तरह 10 साल में आपके कुल 1.20 लाख रुपये खर्च होंगे.

इंश्योरेंस का खर्च- 1 लाख रुपये

वहीं अगर इंश्योरेंस की बात करें तो यह हर गुजरते साल के साथ कम होता जाएगा, लेकिन अगर 10 साल का औसत निकालें तो वह कम से कम 10 हजार रुपये रहेगा. इस तरह इंश्योरेंस पर आपको हर साल 10 हजार यानी पूरे 10 साल में करीब 1 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे.

कुल खर्च कितना?

कार का खर्च- करीब 12.80 लाख रुपये

पेट्रोल का खर्च- 3.5 लाख रुपये

सर्विस-मेंटेनेंस का खर्च- 1.2 लाख रुपये

इंश्योरेंस का खर्च- 1 लाख रुपये

कुल खर्च- 18.50 लाख रुपये

किसे कैब से चलने से होगा फायदा?

अगर आप सालाना करीब 5500 किलोमीटर या उससे भी कम कार से ट्रैवल करता है, तो कार लेने से बचना चाहिए और कैब से ही चलना चाहिए. अगर मौजूदा वक्त की बात करें कैब का किराया अलग-अलग रूट पर 15-20 रुपये प्रति किलोमीटर पड़ता है. यह किराया कम ज्यादा भी होता है. हम इसे 20 रुपये प्रति किलोमीटर ही मान लेते हैं. साथ ही ये भी मानते हैं कि हर साल किराया 10 फीसदी बढ़ेगा. ऐसे में आप 10 साल में कैब से करीब 55 हजार किलोमीटर चलेंगे और आपका कुल खर्च करीब 17.50 लाख रुपये आएगा.

जितना ज्यादा कार चलाओ, उतना कम खर्च!

एक कार खरीदने में आपके कुछ फिक्स खर्चे होते हैं, जैसे कार की कीमत या EMI, उसका इंश्योरेंस, सर्विसिंग और मेंटेनेंस. भले ही आप पूरे 10 साल में गाड़ी को चलाएं या ना चलाएं, इनका खर्चा तो आएगा ही. हो सकता है कि आपके ब्रेक पैड और टायर ना घिसने की वजह से चंद हजार रुपये मेंटेनेंस में बच जाएं, लेकिन यह रकम बहुत ही मामूली है. कार खरीदने के बाद आप उसे जितना ज्यादा चलाएंगे, कैब से चलने की तुलना में आपको कार उतनी ज्यादा सस्ती लगने लगेगी. तो अगर आप कार से कम चलना चाहते हैं तो कैब से चलिए, लेकिन अगर कार खूब चलाना चाहते हैं तो तुरंत कार खरीद लीजिए.


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